आज का फरमान (मुखवाक, हिंदी में ), from Golden Temple, 21.03.21

                         आज का फरमान (मुखवाक, हिंदी में )

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आज का फरमान (मुखवाक )

{श्री दरबार साहिब, श्री अमृतसर , तिथि:- 21.03.2021,

 दिन रविवार , पृष्ठ – 713 }


टोडी महला ५ घरु २

दुपदे सतिगुर प्रसादि

मागउ दानु ठाकुर नाम ॥ अवरु कछू मेरै संगि न चालै मिलै क्रिपा गुण गाम ॥१॥ रहाउ ॥ राजु मालु अनेक भोग रस सगल तरवर की छाम ॥ धाइ धाइ बहु बिधि कउ धावै सगल निरारथ काम ॥१॥ बिनु गोविंद अवरु जे चाहउ दीसै सगल बात है खाम ॥ कहु नानक संत रेन मागउ मेरो मनु पावै बिस्राम ॥२॥१॥६॥

व्याख्या (अर्थ ) :- 

राग टोडीघर २ विच गुरु अरजन देव जी की दो बंदो वाली बाणी। अकाल पुरख एक है और सतगुरु की कृपा द्वारा मिलता है।

                 हे स्वामी भगवान ! मैं (तेरे पासों तेरे) नाम का दान माँगता हूँ । कोई भी ओर चीज मेरे साथ नहीं जा सकती । अगर तेरी कृपा होतो मुझे तेरी सिफ़त-सालाह मिल जाए ।।रहाउ । हे भाई ! हुकूमतधनऔरअनेकों पदार्थों के स्वाद-यह सारे वृक्ष की छाया जैसे हैं (सदा एक जगह टिके नहीं रह सकते) । मनुख (इन की खातिर) सदा ही कई तरीको के साथ दौड़-भाग करता रहता हैपर उस के सारे काम व्यर्थ चले जाते हैं ।। हे नानक ! बोल-(हे भाई !) अगर मैं परमात्मा के नाम के बिना कुछ ओर ओर ही माँगता रहूँतो यह सारी बात कची है । मैं तो संत जनों के चरणों की धूल माँगता हूँ, (ता कि) मेरा मन (दुनिया वाली दौड़-भाग से) टिकाना हासिल कर सके ।16

 

वाहेगुरु जी का खालसा वाहेगुरु जी की फतेह


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